बस यही की उसे अब कोई सिन्ड्रेला नहीं कहता माँ भी नहीं ! बस यही की उसे अब कोई सिन्ड्रेला नहीं कहता माँ भी नहीं !
फिर एक दिन हेतु ट्राली बेच कर ट्रेक्टर ले आया । अब दोनों के पास ट्रेक्टर थे । फिर एक दिन हेतु ट्राली बेच कर ट्रेक्टर ले आया । अब दोनों के पास ट्रेक्टर थे ।
काफ़ी वक़्त से आवाज़ नहीं सुनी, वो वक़्त था जब उसका कॉल मेरा अलार्म होता था I काफ़ी वक़्त से आवाज़ नहीं सुनी, वो वक़्त था जब उसका कॉल मेरा अलार्म होता था I
एक छल का रिश्ता...। एक छल का रिश्ता...।
रसना और राघव की कहानी। रसना और राघव की कहानी।
यदि कुछ सपने सच न भी हुए तो दुखी होना बेकार है क्योंकि इस जीत - हार का नाम ही तो ज़िन्दगी है...! पढ़िए... यदि कुछ सपने सच न भी हुए तो दुखी होना बेकार है क्योंकि इस जीत - हार का नाम ही तो...